CG:मई की इस तारीख को दो गौंग के 4 शूटर्स”घटना को देने वाले थें…अंजाम पर SSP संतोष सिंह एंड टीम ने”गैंगस्टरों की मंसूबों पर पूरी तरह से पानी फिर दिया~इनके निशाने पर कोरबा और रायगढ़>आगे पढ़िए न्यूज़ मिर्ची~और देखिए एक्सक्लूसिव वीडियो
लारेंस विश्नोई और अमन साहू की गैंग से जुड़े…
कोड वर्ड का करते थे इस्तेमाल…
रायगढ़।झारखंड के कुख्यात अमन साहू गैंग के चार शूटरों को गिरफ्तार करने में छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने राजस्थान से एक और रायपुर से तीन शूटरों को गिरफ्तार किया है।
रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामला का खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि जेल में बंद गैंगस्टर लारेंस विश्नोई और अमन साहू की गैंग से जुड़े चार इंटरस्टेट शूटरों को करीब 72 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया गया है. इनमें से 3 शूटरों को रायपुर से और 1 को राजस्थान से गिरफ्तार किया है.
उन्होंने आगे कहा कि शूटर्स कारोबारी की हत्या के मंसूबे से रायपुर पहुंचे थे। बतादें कि अमन सिंह गैंग के शूटरों ने ही पूर्व में बालीवुड एक्टर सलमान खान के घर में फायरिंग की घटना को अंजाम दे चुके हैं।
अमन साहू के गैंग को वर्तमान में मयंक सिंह मलेशिया में बैठकर ऑपरेट कर रहा है। ये गैंग लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू के कहने पर टारगेट को अंजाम देता है।पुलिस ने इन शूटरों के कब्जे से एक पिस्टल, एक खाली मैग्जीन और 4 मोबाइल फोन जब्त किया है।
वरिष्ठ मीडिया संपादक के मुताबिक
रायगढ़ से ताल्लुक रखने वाले रायपुर के एक बड़े कारोबारी के चश्मोचिराग को 27 मई को उड़ाने का प्लान था। वहीं, इस घटनाक्रम लिए के दो दिन बाद याने 30 मई को कोरबा के एक बड़े कोयला ट्रांसपोर्टर और उसके भाई को रायगढ़ में हत्या करने की सुनियोजित योजना बनाई गई थी…जैसे ही यह जानकारी राजधानी पुलिस के तेज तर्रार एसएसपी संतोष कुमार सिंह को मिली उन्होंने… अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देते हुए..घटना को विफल बनाने के लिए...आगे बड़े और
शूटरों की तलाश में छत्तीसगढ़ एसआइबी की टीम भी जुटी हुई थी।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि चारों को अमन सिंह गैंग से जुड़ा मयंक सिंह मलेशिया में बैठकर निर्देश दे रहा था,गैंग के शूटर और राइडर को एक-दूसरे से अपनी पहचान छिपाने तथा किसी तकनीकी संपर्क में न रहने और अपने-अपने माध्यमों से एप के माध्यम से नेट कॉलिंग से ही संपर्क में रहने की हिदायत दी गई थी। यही नहीं किसी भी विपरीत परिस्थिति या पुलिस की गिरफ्त में आने पर अलग-अलग कोड वर्ड तय किये गये थे। मयंक ने रोहित को 29-29 कोड यूज करने तथा पप्पू ने मुकेश को राम-राम और जय माता दी कोड यूज करने के लिए कहा था। तथा
इस संबंध में रायपुर आईजी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि
शूटर और उनके राइडर एक दूसरे को अपनी पहचान नहीं बताते थे.किसी भी तरह का टेक्निकल कॉन्टैक्ट नहीं हुआ करता था. ये लोग अक्सर किसी एप के जरिए नेट कॉलिंग से एक दूसरे से संपर्क किया करते थे. इतना ही नहीं अगर पुलिस गिरफ्तर कर ले तो इन शूटरों के लिए अलग-अलग तरह के कोड वर्ड तय किए गए थे. मयंक ने रोहित को 29-29 कोड यूज करने तथा पप्पू ने मुकेश को राम-राम और जय माता दी कोड यूज करने कहा गया था.
बताया जाता है कि अमन सिंह गैंग के शूटरों ने पहले बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर में फायरिंग की घटना को भी अंजाम दिया था. अमन साहू के गैंग को मयंक सिंह मलेशिया में बैठकर ऑपरेट कर रहा है. ये लोग लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू के कहने पर काम किया करते थे.
बहरहाल पुरी की पूरी सुनियोजित योजना बनाई गई थी…पर योजना हुई राजधानी पुलिस के आगे फ़ेल….